प्रेमी मिट जाते हैं
प्रेमपात्र मिट जाते हैं
प्रेम नहीं मिटता
जंगल में बिना पगडंडियों के जाने वाले मिट जाते हैं
जंगल मिट जाता है
‘जाना’ नहीं मिटता
रचने वाले मिट जाते हैं रचनाएँ मिट जाती हैं
‘रचना’ नहीं मिटता
जीने वाले मिट जाते हैं जी लिए गए बर्तन मिट जाते हैं
‘जीना’ नहीं मिटता
रहस्य उघाड़ने वाले मिट जाते हैं रहस्य मिट जाते हैं
नव नव आयामों में ‘उघड़ना’ नहीं मिटता
धर्मराज
23/12/2020
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