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मूल्य सरणी
————- तिरुवन्नामलाई की यह पहली यात्रा फ़रवरी 2011 में थी। बंगलुरु रेलवे स्टेशन से उतरकर सीधे मजेस्टिक बस स्टैंड पर आ गया। बस का टिकट बुक...

Dharmraj
Jul 14, 20214 min read


देखते ही देखते
—————— अमावस की रात्रि के अंतिम पहर में चंपा की कलियों ने आँखें खोली देखा कि उसकी ही डाली पर उल्लुओं की क़तार बैठी उसे घूरे जाती है उसकी...

Dharmraj
Jul 13, 20213 min read


प्रेम विध्वंस
————- जैसे ही प्रेम का पहला अँकुर फूटा ‘मेरे होने के’ विराट गगनचुंबी भवन की नींव हिल गई जैसे जैसे प्रेम का अँकुर उगा उगता चला ‘मैं’ कँपा...

Dharmraj
Jul 13, 20211 min read


ओ मेरे अबोध भविष्य
ओ! मेरे अबोध भविष्य मैं तुम्हारा पूर्वज हूँ नहीं चाहता मैं तुम्हें विरासत में वह मिले जो मुझे मिला था वह जीवन के नाम पर प्रचलित प्राचीन...

Dharmraj
Jul 12, 20211 min read
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