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लौटो वापस जाओ
लौटो वापस जाओ तुम कौन हो वही जिसे मैंने जन्मों जन्मों में पुकारा है तो भी वापस जाओ जब मैं प्रेम पात्र न थी आंसुओं की अन्तिम बूँद तक...

Dharmraj
Jul 21, 20211 min read


Reply to a friend on conversion.
Respected XXXX, Hope this will find you in good spirit and health! I have gone through the video that you have recommended to see, by...

Dharmraj
Jul 20, 20213 min read


प्रेम रसायन
————- उसने कहा प्रेम रसायन की एक कसौटी मिली है बाँटता हूँ प्रेम जब तुम्हें चुनेगा तुम कोमल हो जाओगे होगे और होते ही जाओगे इसका अथ स्वयं...

Dharmraj
Jul 19, 20212 min read


महामृत्यु पर महाजीवन
महामृत्यु पर महाजीवन ————————— आकंठ तृप्त होकर भ्रमर ने जब शीश ऊपर उठाया रह गया अचम्भित अरे! मैं तो पी चुका रस सामर्थ्य भर अब भला पुष्प...

Dharmraj
Jul 18, 20211 min read


बूँद और झूम
————- उधर साँझ का सूरज स्याह बादलों में अपनी किरणों की कूँची से इंद्रधनुषी रंग भरता हुआ डूब रहा है इधर कवि अपने हृदय पर उमड़ते भावों की...

Dharmraj
Jul 17, 20211 min read


सुरक्षा का अभिशाप
——————— कुछ बड़े अभिशापों में से जो मनुष्य स्वयं को देता है एक है मानसिक रूप से सुरक्षित होना एक ओस की बूँद भी सुरक्षित होना स्वीकार नहीं...

Dharmraj
Jul 16, 20211 min read


लौटते हुए लोग
————— जिनके माथे पर प्रेयसी के चुम्बन की छाप नहीं जिनकी पीठ पर निकट मित्रों के दिए घावों के निशान नहीं खुद से मिलने तो चले लेकिन औरों से...

Dharmraj
Jul 15, 20211 min read
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