कॉफ़ी पीना काफ़ी है
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सुनने दीजै
कानों को सुड़क धुन कॉफ़ी की
पहली चुस्की की
दिखने दीजै रंग कप में
ऊदी ऊदी कॉफ़ी का
सरकने दीजै भीना सोंधापन
नथुनों में
पसरने दीजै स्वाद गटकी काफ़ी का
प्राणों तक
महसूसने दीजै गले से उतरती घूँट को
रोएँ रोएँ में
जीने को काफ़ी पीना काफ़ी है
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धर्मराज
11/01/2024
स्वामी Swami Arun Satyarthi जी को समर्पित 🙏❤️
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