इति उवाच
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अथ उवाच
भक्ति में भक्त आधा भगवान आधा
ध्यान में ध्येय आधा ध्याता आधा
प्रेम में प्रेमी आधा प्रेयसी आधी
इति उवाच
नहीं नहीं
पूरा का पूरा
धर्मराज
14/02/2024
यह मूर्तिकार अपने पैरों से दबाकर रमण की मूर्ति गढ़ रहा है।
फिर मूर्ति के पैरों में ख़ुद गिरेगा!
क्या इस पूरी प्रक्रिया को पूरा देखा जा सकता है ?
न भगवान आधा न भक्त आधा!
भक्त से लेकर भगवान तक पूरा का पूरा
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धर्मराज
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