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लचक खाया बबूला
लचक खाया बबूला ~ . यह युद्धों का भीषण नरसंहार क्यूँ है और क्या भला लचका बबूला वापस फूला है उनके मुखमण्डल पर स्मिति क्यूँ है और क्या भला...

Dharmraj
Feb 23, 20241 min read


दुहाई प्रेम की
सगरी दुहाई बैरंग लौट आई हो तो देना दुहाई प्रेम की प्रेम दुहाई है जो कभी चूकती नहीं फिर आती है वह प्रेमदेव को साथ लेकर जिनकी उपस्थिति सकल...

Dharmraj
Feb 5, 20241 min read


वह है सिर्फ़ प्रेम
और एक दिन भंग हो जाता है वह सब जिसे कहते हैं भ्रम बच रहता है वह जिसे कहते हैं प्रेम भंग हो जाती है शत्रुता मित्रता भी बच रहता है वह जिसे...

Dharmraj
Jan 31, 20241 min read


प्रेमी प्रेयसी संवाद
प्रेमी प्रेयसी संवाद *********************** कहो प्रेमी हमारे तुम्हारे बीच घट रहे प्रेम में कितनी धूप है कितना पानी है कितनी माटी है...

Dharmraj
Jan 27, 20241 min read
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