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धर्मराज जी संग आरण्यक अरुणाचला का अनुभव: माया
साधु! एक रिक्त व्यक्ति, क्षण में सर्वदा उपलब्ध व्यक्ति। 'हाँ' में राजी, उतना ही 'न' में राजी। स्वागत के अपने बांह खोले, जब, जहाँ, जैसे...

Maya
Jun 28, 20242 min read


धर्मराज जी संग आरण्यक तिरुवन्नामलाई का अनुभव - अमिता सिंह
मेरी तिरुवान्मल्लाई आने की वजह यहाँ की ऊर्जा हैं यहाँ रहस्यमयी ऊर्जा का विराट समंदर हैं जो बहुत शक्ति से खींचता हैं औऱ एक खिंचाव धर्मराज...

Amita Singh
Jun 28, 20242 min read


तिरुवन्नामलाई में धर्मराज जी के साथ अनुभव: बिक्रम झा
दिनांक 8 से 24 तक जीवन का कुछ ऐसा संयोग बना की तिरुवन्नामलाई में रहने का अवसर मिला, आज इस पोस्ट के माध्यम से मैं कोशिश करूंगा अपने...

Bikram Jha
Jun 28, 20244 min read


कथनी और करनी (ध्यानशाला सुबह का सत्र, 18 जून 2024)
हमारी कथनी और करनी में भेद है, क्योंकि जो हमारा निर्णय लेने वाला यंत्र है, उसमें ही त्रुटि है। उसके निर्णय सम्यक नहीं होते, इसलिए कथनी और...
Ashwin
Jun 19, 20244 min read


क्या वह जीना है जो मुझ से मुक्त है? (ध्यानशाला सुबह का सत्र, 17 जून 2024)
ध्यानशाला सुबह का सत्र, 17 जून 2024 वह जीना क्या है जो मुझ से मुक्त है? यह अस्तित्व भला संकट क्यों पैदा करेगा? लेकिन हम इतनी दूर निकल आए...
Ashwin
Jun 17, 20242 min read


घियना बनारस जाय । कबीर उलटवासी का मर्म
घियना बनारस जाय सो नैया बिच नदिया डूबी जाय एक अचम्भा हमने देखा गदहा के दो सींग उसके गले में रस्सा बाँधा खैंचत अर्जुन भीम एक अचम्भा हमने...
Ashwin
Jun 2, 20245 min read


मृत्यु के पार - सप्ताहांत संवाद - धर्मराज
जीवन समय में नहीं है। जिस तरह से हमें डिजाइन कर दिया गया है कि हमें ऐसा लगता है कि जीवन सीमित अवधि के लिए ही है। जबकि वास्तविक जीवन समय...
Ashwin
Jun 1, 202414 min read
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