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वह है सिर्फ़ प्रेम
और एक दिन भंग हो जाता है वह सब जिसे कहते हैं भ्रम बच रहता है वह जिसे कहते हैं प्रेम भंग हो जाती है शत्रुता मित्रता भी बच रहता है वह जिसे...

Dharmraj
Jan 31, 20241 min read


प्रेमी प्रेयसी संवाद
प्रेमी प्रेयसी संवाद *********************** कहो प्रेमी हमारे तुम्हारे बीच घट रहे प्रेम में कितनी धूप है कितना पानी है कितनी माटी है...

Dharmraj
Jan 27, 20241 min read


सूने की तराश
सूने की तराश ~~~~~~~ ज़िंदगी संगतराश है यहाँ चलने से राहों को औ राहों से मुझे तराशा जा रहा है वो जो मेरे सीने से गुजरी है हवा तराश कर...

Dharmraj
Jan 27, 20241 min read


प्रेम: जीवन की कुंजी (सुबह का सत्र, 24 जनवरी 2024)
सुबह का सत्र, 24 जनवरी 2024 प्रश्न - जीवन में विरोधाभास क्यों है? यह विरोधोभास नहीं है, यह विरोधों को पकड़ना है, यह विरोधों का विसर्जन...

Dharmraj
Jan 24, 20247 min read


प्रेम: जीवन का आधार (सांझ का सत्र, 23 जनवरी 2024)
सांझ का सत्र, 23 जनवरी 2024 प्रश्न - जीवन में दुर्भाग्य क्या है? बिना प्रेम के जीना, इससे बड़ा कोई दुर्भाग्य नहीं है, पर कभी कभार ही कोई...

Dharmraj
Jan 24, 20246 min read


अंत की कला: दुख, भय और चिंताओं को समाप्त करने का मार्ग (सुबह का सत्र, 23 जनवरी 2024)
अंत की कला: दुख, भय और चिंताओं को समाप्त करने का मार्ग (सुबह का सत्र, 23 जनवरी 2024) अंत की बातें सब करें अंत ना पाया जाए रे। जिसका अंत...

Dharmraj
Jan 24, 20244 min read


जीवन और मृत्यु: एक ही सिक्के के दो पहलू (सांझ का सत्र, 22 जनवरी 2024)
सांझ का सत्र, 22 जनवरी 2024 यह निश्चित है कि वह एक दिन आ ही जाता है, और जब वो आता है तो जीवन सदा के लिए पावन हो जाता है। जीवन कुछ लोगों...

Dharmraj
Jan 24, 20242 min read
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