top of page

Search


लय लीलाधर में
चोर होय तो साहू पर घात लगाए जो साहू तो चोरों पर मण्डराए बिन पेंदी का जेबा जिसका चोरसाहु के चंगुल से बाहर पड़ जाए भोगी होए तो रमणी से नैन...

Dharmraj
Apr 25, 20231 min read


कोरी किताब
ज़िंदगी एक पन्ने की किताब है पहले पृष्ठ पर लिखा है विश्लेषण अवलोकन आख़िरी पर लिखा है पहले शब्द से पढ़ना शुरू हुआ तो किताब अंतहीन है जितना...

Dharmraj
Apr 23, 20231 min read


इंसान का बबूला
अँगीठी पर पतीली है पतीली में पानी है पानी उबल रहा है इंसान न पतीली में है न पतीली अंगीठी पर पर इंसान उबल रहा है पानी के उबाल में बनते हुए...

Dharmraj
Apr 23, 20232 min read


मेज़बान मेहमान
पतझार में बैठा मैं उसकी बसंत में बाट जोहता रहा वह पतझार में आया निकल गया बसंत में बैठ मैं ग्रीष्म में उसके आने की उम्मीद करता रहा वह बसंत...

Dharmraj
Apr 23, 20231 min read


प्रेम ने जब इंसान कविता रची
प्रेम ने जब इंसान कविता रची तो मुक्ति का कागद चुना महोत्सव की स्याही से उसने पहला आखर आँख रचा वह आँख जो बाहर अच्छा बुरा ही नहीं चाहे तो...

Dharmraj
Apr 23, 20231 min read


और ध्यान प्रेयसी मुस्कुराई
हृदय गुहा के पार अपने पावन धाम से आकर धन्य बेला में ध्यान प्रेयसी ने मेरा वरण किया वरण कर मुझे घूँघट की ओट से निहारा और धीमे से मुस्कुराई...

Dharmraj
Apr 23, 20232 min read
bottom of page






