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क्या वह जीना है जो मुझ से मुक्त है? (ध्यानशाला सुबह का सत्र, 17 जून 2024)
ध्यानशाला सुबह का सत्र, 17 जून 2024 वह जीना क्या है जो मुझ से मुक्त है? यह अस्तित्व भला संकट क्यों पैदा करेगा? लेकिन हम इतनी दूर निकल आए...
Ashwin 
Jun 17, 20242 min read


अबोध अर्पण । ।प्रभु ज्यों ज्यों तुम्हारी चौखट पर मेरे प्रत्यंग तक गल रहे हैं मुझमें उमड़ उमड़कर बाध कृतज्ञता हिलोरें लेती है अपनी हर आहुति में मैंआनंदमग्न विभोर हो जाता हूँ उस अबा
प्रभु ज्यों ज्यों तुम्हारी चौखट पर मेरे प्रत्यंग तक गल रहे हैं मुझमें उमड़ उमड़कर बाध कृतज्ञता हिलोरें लेती है अपनी हर आहुति में मैं...

Dharmraj
Jun 3, 20241 min read


घियना बनारस जाय । कबीर उलटवासी का मर्म
घियना बनारस जाय सो नैया बिच नदिया डूबी जाय एक अचम्भा हमने देखा गदहा के दो सींग उसके गले में रस्सा बाँधा खैंचत अर्जुन भीम एक अचम्भा हमने...
Ashwin 
Jun 2, 20245 min read


मृत्यु के पार - सप्ताहांत संवाद - धर्मराज
जीवन समय में नहीं है। जिस तरह से हमें डिजाइन कर दिया गया है कि हमें ऐसा लगता है कि जीवन सीमित अवधि के लिए ही है। जबकि वास्तविक जीवन समय...
Ashwin 
Jun 1, 202414 min read


बनना या घटना: जीवन में पूर्णता लाने का रहस्य क्या है?
ध्यानशाला सुबह का सत्र, 23 मई 2024 एक बूढ़े व्यक्ति ने एक अनमोल रत्न एक युवक को दिया की यह तुम्हारी सारी उदासी सारा दुख हर लेगा, पर यह...
Ashwin 
May 31, 20243 min read


महत्वाकांक्षा को यथावत देखने का सूत्र
ध्यानशाला सांझ का सत्र, 24 मई 2024 प्रश्न - मैं जिसे भी यूट्यूब पर सुनता हूं वही सही लगता है, दुनिया से ज्यादा तो यहां भ्रमित हो गया हूं,...
Ashwin 
May 31, 20246 min read


असंभव प्रश्न: जीवन में प्रेम और क्रांति लाने की कुंजी
ध्यानशाला सुबह का सत्र, 26 मई 2024 हम लोग दिन रात व्यापार में लगे रहते हैं, और उससे हमारा प्रेम, भावनाएं आदि सब मर जाती हैं। एक सूफी...
Ashwin 
May 31, 20243 min read
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